‘पिछले 35 साल से पंजाब में रहता आया. पहचान पत्र यहीं का. बच्चे यहीं हुए. उनके बच्चे इसी पिंड में जन्मे. लेकिन यहां वालों के लिए हम ‘भैये’ हैं. हम इनके… पंजाब के किसी भी गांव में जाएं तो खेतों के बीच एक बेतरतीब सा कमरा दिखेगा. कच्चा-पक्का. सामने मूंज की खाट. बेमेल जनाना-मर्दाना कपड़े पसरे हुए. हरी-भरी …
वजह देते हुए पंजाब के ही लोग कहते हैं- हमारा कल्चर ‘इन भैयों जैसा’ नहीं.
करीब तीन साल पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक बयान पर काफी…
जो शब्द दिल्ली से लेकर बिहार तक कॉमन है, पंजाब पहुंचते हुए वो एक अलग चेहरा ले लेता है.
आप बाहर से आए हैं. कद छोटा है. रंग कुछ दबा हुआ है. पंजाबी के अ…पिछले महीने मोहाली जिले के गांवों में कुछ अलग हुआ. यहां कुछ गांववालों ने रातोरात प्रवासियों को बाहर निकाल दिया. वहीं कुछ ऐसे गांव भी थे, जिन्होंने अपन… पिछले महीने मोहाली जिले के गांवों में कुछ अलग हुआ. यहां कुछ गांववालों ने रातोरात प्रवासियों को बाहर निकाल दिया. वहीं कुछ ऐसे गांव भी थे, जिन्होंने अपन…शुरुआत मुंदो संगतियां से हुई. इस छोटे-से गांव के लोगों ने अगस्त में एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी प्रवासियों को गांव से बाहर निकाल दिया. वहीं कुछ लोग काम…दोपहर को हम जब गांव पहुंचे, वहां की चौपाल पर कुछ बुजुर्ग बैठे हुए थे. जिक्र छिड़ते ही कहते हैं- वे लोग गंदगी से रहते. मारधाड़ करते. सुबह हमारे लोग गुर…
बाहर निकलते हुए साइट पर पहुंचे, जहां कंस्ट्रक्शन चल रहा है. एक ठेकेदार-नुमा शख्स कच्चे खंभे से सटा हुआ काम देखता हुआ.
पूछने पर बिना ना-नुकुर कहता है-…
आप तो सालों से यहां हैं, फिर अचानक क्या हुआ?
सालों से नहीं बहन जी, 30- 35 साल हो चुका. आधार कार्ड, वोटर कार्ड भी बना लिया था. पूरा परिवार यहीं बसा हु…
यहां के लोग कहते हैं कि बाहरियों का चरित्र खराब है!
इतने सालों में हमारा तो चरित्र नहीं बिगड़ा. जिनसे शिकायत थी, अकेले उसे बाहर करते. सबकी बदनामी कर … अगले रोज गांवों में घूमते हुए एक शख्स बेसाख्ता कह पड़ता है- हमें गुस्सा क्यों न आए जी, आप ही बताइए! आधा हिस्सा पाकिस्तान में चला गया. बचा-खुचा था, वो … अगले रोज गांवों में घूमते हुए एक शख्स बेसाख्ता कह पड़ता है- हमें गुस्सा क्यों न आए जी, आप ही बताइए! आधा हिस्सा पाकिस्तान में चला गया. बचा-खुचा था, वो … सवाल पूछते ही बीच में एक दूसरा चेहरा आ जाता है. चेहरे और आवाज में पकापन. टोकते हुए वो कहता है- इसे बोलना नहीं आता. आप मुझसे पूछिए. कहते-न-कहते माइक्रो… ये महेंद्र राम हैं. पूर्णिया जिले से आए महेंद्र कहते हैं- परिवार है ये हमारा. भाइयों की तरह रखा है इन लोगों ने. अब परिवार में कोई गलती करेगा तो भगाया …
किस तरह का मता?
वे गांव छोड़कर चले जाएं. बाहर रहें. खेतों में काम करें. हमें कोई दिक्कत नहीं. लेकिन भीतर नहीं आना है.
चोरियों के अलावा और किस तरह के… तब बात अलग थी जी. वे खेतों में मोटर पर रहते. तीन-चार सालों से इन्होंने गांवों में एंट्री कर ली है. हमारे कई भाइयों ने खुद ही इन्हें मकान की देखभाल के …
पंजाबियों और प्रवासियों के बीच शक की बारीक लकीर, गहरी खाई में बदलती हुई.
जगमोहन बोलते हैं- ‘प्रवासी और हम दोनों ही यहां हैं, लेकिन चिट्टा एक ही समुदा… ठीक यही आरोप पंचायत सदस्य चरणजीत सिंह भी लगाते हैं. ‘इनका तरीका अलग है. न कोई पक्का आईडी होता है, न कोई भरोसा. हमारी लड़कियों को भगाकर ले गए. आज तक हम…
किस उम्र की थीं लड़कियां?
नाबालिग थीं सब की सब. गायब हो गईं. अब उनके परिवार भी डरे हुए हैं. थाने में रिपोर्ट तो कर दी, लेकिन ज्यादा जोर नहीं लगा पा र…
गांव से बाहर कई मोटरें पड़ीं.
खेतों के बीच अकेला कमरा. आधा पलस्तर, आधी ईंट से बने कमरे में सारी रिजेक्टेड चीजें जमा थीं. टूटे हुए सोफे पर चीकट कवर. ल… तुरंत एक बगावती आवाज आती है- बिल क्यों नहीं लेगें. एक का चार वसूलते हैं. कहिए तो आपको रसीद दिखा दें. मैं हां कहूं, इसके पहले ही रोटी बना रहा शख्स कुछ … कनाडियन सपने बोते युवाओं के लिए ये आसान रास्ता है. वे धर्म बदलेंगे, केश हटाएंगे और विदेश जाकर बस जाएंगे. कन्वर्जन कराने वाली एजेंसियां खुद इसमें उनकी … पंजाबी में छपे पॉइंट्स वॉट्सएप पर हमसे शेयर भी किए गए, लेकिन ये पॉइंट पुराने पोस्टर से काफी संतुलित दिखे. बदली हुई भाषा. प्रवासी को हटाकर हर जगह किराए…