कानपुर टेस्ट के बाद ही हो सकता है शाकिब का संन्यास, बांग्लादेश क्रिकेट के इस फैसले ने मचाई सनसनी

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भारत के खिलाफ खेले जाने वाले कानपुर टेस्ट मैच से पहले बांग्लादेश के स्टार खिलाड़ी शाकिब अल हसन ने अपने संन्यास का ऐलान किया। उनके इस फैसले के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा बयान दिया है।
भारत और बांग्लादेश के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के बीच बांग्लादेश के स्टार खिलाड़ी शाकिब अल हसन ने अपने संन्यास का ऐलान कर दिया। उनके अनुसार वह अगले महीने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज के बाद संन्यास ले लेंगे, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि भारत के खिलाफ कानपुर में खेला जाने वाला टेस्ट मैच उनका आखिरी मुकाबला हो सकता है। दरअसल गुरुवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में हुई बोर्ड की बैठक के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष फारुक अहमद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। जहां उनके एक बयान ने सनसनी मचा दी है। शाकिब का संन्यास इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य मुद्दा रहा।

शाकिब को सुरक्षा मिलना हुआ मुश्किल

फारुक ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस बाता का खुलासा किया कि वह शाकिब की सुरक्षा को लेकर कुछ भी नहीं कर सकते हैं। दरअसल शाकिब अपने घरेलू मैदान मीरपुर में आखिरी मुकाबला खेलना चाह रहे होंगे, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ शाकिब का खेलना तब ही निर्भर करता है जब उन्हें इस सीरीज में खेलने के लिए सुरक्षा मंजूरी मिल जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो उन्हें भारत के खिलाफ खेली जाने वाली सीरीज के बाद क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ सकता है।

फारुक ने शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि शाकिब की सुरक्षा उनके हाथों में नहीं है। सुरक्षा सरकार से मिलनी चाहिए और उन्हें अपना फैसला खुद लेना होगा। वह उसकी सुरक्षा के बारे में कुछ नहीं कह सकते। उनके पास किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने की क्षमता नहीं है। दरअसल हाल ही में बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद शाकिब पर मुकदमा चल रहा है। ऐसे में उनकी सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। फारुक ने अपने बयान के दौरान यह भी कहा कि वह न तो कोई एजेंसी हैं, न ही पुलिस या रैपिड एक्शन बटालियन। सुरक्षा मुद्दे को सरकार द्वारा मंजूरी दी जानी चाहिए क्योंकि बोर्ड से वह कुछ नहीं कह सकते।

मुश्किल दौर से गुजर रहे शाकिब

उन्होंने कहा कि शाकिब निजी तौर पर मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, इसलिए वह अपनी तरफ से ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। शाकिब की तरह उन्हें भी लगता है कि अगर वह यहां से अपना आखिरी टेस्ट खेल पाते हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता, लेकिन उनकी सुरक्षा के बारे में उच्च अधिकारियों को आश्वस्त करने की जरूरत है। क्या वे शाकिब के लिए कोई बाहर जाने की योजना बना सकते हैं, इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह उनके लिए संभव नहीं है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह नहीं आ पाते हैं तो कानपुर टेस्ट उनका आखिरी टेस्ट हो सकता है।

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